मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लखनऊ में चल रहा 61वीं राष्ट्रीय जम्बूरी का आयोजन: कई देशों के ले रहे भाग स्काउट्स कैडेट्स
- By Gaurav --
- Thursday, 27 Nov, 2025
The 61st National Jamboree is being organised in Lucknow under the leadership
The 61st National Jamboree is being organised in Lucknow under the leadership: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ इस समय दुनिया के कई देशों से आए स्काउट्स कैडेट्स के उत्साह से सराबोर है। 61 वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के बाद यहां आयोजित 19वीं नेशनल जम्बूरी ने प्रदेश को एक वैश्विक युवा मंच में बदल दिया है। भारत के विभिन्न राज्यों से आए 33,000 से अधिक स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स और रेंजर्स के साथ मालदीव, नेपाल, श्रीलंका और सऊदी अरब सहित एशिया पैसिफिक क्षेत्र के 1,500 से अधिक युवा प्रतिनिधियों ने इस आयोजन में शिरकत की है। डिफेंस एक्सपो ग्राउंड को विशाल शिविरों, रसोईघरों और गतिविधि क्षेत्रों में बदला गया है, जहां हर ओर उत्साह और उल्लास की झलक मिलती है। इस डायमंड जुबली उत्सव को राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे शीर्ष नेतृत्व का संरक्षण प्राप्त है, जो इसकी गरिमा को और बढ़ाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश ने कुशल प्रबंध और दूरदर्शी व्यवस्था के द्वारा इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन को अभूतपूर्व सफलता दिलाई है।
मिशन शक्ति और सुरक्षा जागरूकता
इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण आकर्षण उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा लगाया गया सुरक्षा और तकनीक प्रदर्शनी मंडप है, जहां युवा स्काउट्स को अपराध रोकथाम प्रौद्योगिकी, अग्निशमन तकनीक और कमांडो व एंटी टेररिज्म स्क्वॉड की क्षमताओं से परिचित कराया गया। यह अनुभव युवाओं के मन में सुरक्षा संरचनाओं के प्रति एक नई समझ विकसित करता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में प्रदेश में जिस तरह से महिला सशक्तिकरण और युवाओं के लिए नीतियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है उसकी झलक जम्बूरी में भी उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा लगाए गए सुरक्षा और तकनीक प्रदर्शनी मंडप में दिखी। इसी क्रम में मिशन शक्ति के अंतर्गत महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों से जुड़े सत्र भी आयोजित हुए, जिनमें आत्मरक्षा, साइबर सुरक्षा और कानूनी प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। पुलिस स्टेशनों पर महिला हेल्पडेस्क की भूमिका पर विशेष प्रकाश डाला गया, जो महिला सुरक्षा के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
सांस्कृतिक आदान–प्रदान से सजे रंग
जम्बूरी परिसर में कदम रखते ही “अतिथि देवो भव:” की भारतीय परंपरा जीवंत नजर आती है। प्रतिभागी स्काउट्स पारंपरिक व्यंजनों की सुगंध, लोक गीतों की धुन और रंगीन परिधानों के आकर्षण से विविधता का उत्सव मनाते दिखते हैं। उद्घाटन समारोह में ड्रोन शो, भव्य परेड और उत्तर प्रदेश की धरोहर को दर्शाते सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह सिर्फ उत्सव का मंच नहीं, बल्कि अपने ऐतिहासिक गौरव और आधुनिकता के बीच संतुलन का संदेश देता है।
जम्बूरी युवा ऊर्जा का ऐसा संगम है जिसने न सिर्फ सांस्कृतिक मेलजोल को बढ़ावा दिया बल्कि भविष्य की संभावनाओं को भी उजागर किया। उत्तर प्रदेश पुलिस, अभियोजन विभाग, सुरक्षा विभाग और स्पेशल टास्क फोर्स में भर्ती की संभावनाओं पर दिए गए प्रस्तुतीकरण ने युवाओं में सेवा और नेतृत्व की भावना जगाई।
समारोह के दौरान विभिन्न देशों और राज्यों से आए युवा आपस में मित्रता के सूत्र जोड़ रहे हैं और एक दूसरे की परंपराओं और जीवनशैली को समझते हुए सीमाओं से परे एक साझा मानवीय अनुभव का निर्माण कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश ने जिस गर्मजोशी से इस वैश्विक आयोजन की मेजबानी की है, वह न केवल प्रदेश बल्कि समूचे भारत की जन–आत्मा का परिचय कराती है।
यह जम्बूरी इस बात की प्रेरक मिसाल है कि विविध संस्कृतियों और युवाओं के संगम से ही भविष्य का मजबूत समाज निर्मित होता है, जो परंपरा का सम्मान करते हुए समानता, सुरक्षा और प्रगतिशीलता की ओर अग्रसर रहता है।